शुक्रवार, 20 अप्रैल 2012

सड़क पर फिर चलने लगा मौत का खेल

  • सड़क पर बने ब्रेकरो से दुर्घटनाओं की दर हुई थी कम। 
  • ट्रैफिक पुलिस की मांग कर रहे है, स्थानीय लोग।
  • प्रशासन एवं पुलिस की उदासीनता से दुर्घटनाओं पर नहीं लग रहा है अंकुष। 

अनपरा। उर्जानचल क्षेत्र के अन्तर्गत डिबुलगंज से लेकर शक्तिनगर तक राष्ट्रीय राजमार्ग 75 ई पर स्थानीय नागरिको एवं पुलिस के हस्तक्षेप से सड़क पर दुर्घटनाओं पर अंकुष लगाने के इरादे से जगह-जगह पर ब्रेकर बनाये गये थे, जिससे कुछ दिनों तक दुर्घटनाओं पर माने थोड़ा बहुत अन्तर जरूर लगा था परन्तु जब इन ब्रेकरों को तोड़ दिया गया तब वाहन चालको द्वारा रफ्तार पर अंकुष लगना बिल्कुल बन्द हो गया है। महत्वपूर्ण है कि डिबुलगंज से लेकर शक्तिनगर तक तक यह सड़क बहुत ही आवा-जाही वाला मार्ग है। जिस पर स्कूली बच्चो से लेकर स्थानीय लोगो परियोजनाओं में कार्य करने वाले मजूदरों का इस सड़क पर रोज का आना-जाना लगा रहता है। लेकिन जब से इन ब्रेकरों को उनके जगह से तोड़कर हटा दिया गया है तब से वाहनों की रफ्तार को कम करा पाना प्रषासन के लिये बड़ा सवाल बनता जा रहा है। विगत सप्ताह में इसी राह पर सील सीलेवार दुर्घटनाओं के होने के बाद लगता है कि किलर रोड़ के नाम से विख्यात यह रोड़ फिर से उर्जान्चल में मौत का खेलने लगी है। जिसे कुछ हद तक नागरिको एवं पुलिस के हस्तक्षेप के बाद बने ब्रेकरो से रोकने का प्रयास सही साबित हो रहा था।


पंकज मिश्रा
उक्त सड़क पर होने वाले दुर्घटनाओं के सन्दर्भ में सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार के विरूद्ध मुकदमा लड़ रहे पंकज मिश्रा, सचिव, सहयोग (गैर संरकारी संगठन) का कहना है कि सिर्फ ब्रेकरो के माध्यम से ही वाहनों की गति सीमा को कुछ हद रोके जाने का प्रयास करने से नहीं कार्य चल सकता था फिर भी यह एक सफल तरीका था जिससे वाहनों से होने वाली दुर्घटना दर कम हुई थी। 
शक्ति आनन्द 


ग्राम पंचायत सदस्य-औड़ी शक्ति आनन्द एवं स्थानीय लोगों का कहना है कि उर्जानचल के भीड़-भाड़ वाले इलाको में वाहनों की गति सीमा को कम करने के लिये प्रषासन को जगह-जगह पर ट्रैफिक पुलिस तैनात करनी चाहिए, जो ब्रकरो से भी सफल कार्य साबित होगी। जिससे भविष्य में भी लगातार होने वाले दुर्घनाओं को रोका जा सकेगा। ज्ञात हो कि उक्त सड़क पर मालवाहकों के साथ-साथ सवारी गाड़ियों की भरमार हमेषा बनी रहती है। उक्त मार्ग उर्जान्चल का सर्वाधिक व्यस्ततम एवं लोगो के लिए लाईफ-लाईन कही जाने वाली सड़क है।