सोमवार, 16 जनवरी 2012

बिजली बिल तो हुआ ही दुगुना, देने होंगे बकाया भी


राज्य में बिजली की स्थिति सुधरने के लिए सरकार ने जो कदम उठाये हों, पर उर्जान्चल के लोगों को एक झटका देने वाला कदम तो उठ चुका है और यहा के उपभोक्ताओं को अपनी जेबें कुछ अधिक ही ढीली करनी पड़ रही है। बिजली के चार्ज अब उपभोक्ताओं पर ज्यादा थोप दिया गया है। पहले अगर 1 यूनिट के 402 रूपये देने पड़ते थे तो अब ये सीधे 1400 रूपये पर जा टिका है। फिक्स्ड चार्ज भी कुछ इसी अनुपात में बढ़ा दिया गया है। यानी बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं की जेबें पूरी तरह से हलकी करने का मन बना लिया है। उर्जान्चल के अधिकांश बिजली उपभोक्ताओं को एक और परेशानी से गुजरना पड़ता है, वो ये कि अधिकांश लोगों को बिजली बिल घर नही पहुँचाया जाता है। लोगों को जमा करने वाले काउंटर पर जाकर सैकड़ो की संख्यां में बिखरे पड़े बिलों में से खुद ढूँढ कर जमा करना पड़ता है। कुल मिलाकर उर्जान्चल की स्थिति ये है कि बिजली रहे या न रहे, बिल तो आप पर हैवी लादा ही जायेगा, और जब सरकार का मन होगा, दर बढाकर बकाया भी वसूल करने लगेगी। 

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