रविवार, 3 अगस्त 2014

ग्रामीणों की सहमति के बाद शुरू हुआ ट्रांसमीशन लाईन का कार्य

:— एडीएम, क्षेत्राधिकारी के अलावा टा्रंसमीशन के अधिकारी भी रहें।

ट्रांसमिशन टावर का निरीक्षण करते अधिकारी व मौजूद ग्रामीण। 
एक हजार मेगावाट की निर्माणाधीन अनपरा डी को अनपरा की अन्य परियोजनाआें से जोडऩे वाली 7६5 केवीए की ट्रांसमिशन लाइन का कार्य ग्रामीणों द्वारा रोके जाने के बाद गुरूवार को अनपरा पहुचे एडीएम मनीलाल, अपर पुलिस अधीक्षक के अलावा क्षेत्राधिकारी पिपरी प्रमोद कुमार यादव व थानाध्यक्ष अनपरा शोभनाथ यादव की मौजूदी स्थलीय निरीक्षण कर ग्रामीणों की समस्याआें से रूब—ब—रूब होते हुए निस्तारण के बैठक कर ट्रांसमीशन लाइन का कार्य पुन: शुरू कराया। अपनी निर्धारित ऊचाई से कम निर्मित टावर के कारण कंरट के झटके लगने की शिकायत ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से की थी। जबदस्त विरोध के बाद अवरू द्घ ट्रांसमीशन के लाईन को चालू करने के लिए लिए प्रशासन की आेर से सभी पहलुआें पर गम्भीरता से विचार किया गया। ग्रामीणों की मांग पर ट्रासंमीशन लाईन को अन्य स्थान पर ले जाने की मांग पर प्रशासन की आेर से साफ शब्दों में निर्देंश दिये गये कि यह सम्भव नहीं है। टांसमीशन लाईन से लगने वाले करंट के झटको से बचाव के लिए जहां टावर की ऊचाई बढ़ाई जा रही है। वहीं टावर की जद में आने वाले घरों को चिंहित कर नोटिस देने के बाद पुर्नवास की प्रक्रिया को पुरा किया जायेगा। 

ट्रांसमिशन टावर का विरोध करते ग्रामीण।
वहीं ग्रामीणों के चौतरफा विरोध के देखते हुए ट्रांसमिशन विभाग के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहें। घंटों चले जद्दोजहद के बाद इस बात पर ग्रामीणों एवं विभाग के बीच सहमति बनी की ट्रांसमीशन लाईन की जद में आने वाले घरों को चिंहित कर विभाग द्वारा नोटिस जारी किया जायेगा। नोटिस की प्रक्रिया पुरी होने के बाद विभाग प्रभावित परिवारों को पुर्नवास का लाभ दिया जायेगा। घंटो चली बैठक में सहमति बनने के बाद ग्रामीणों ने ट्रांसमीशन लाईन का कार्य शुरू करने दिया। इस मौके पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुलडोमरी रामचन्दर जायसवाल, रंजीत गुप्ता, दिलराज देवी, इंद्र मणि देवी, विंध्याचल, केसी जैन, पंकज मिश्रा, त्रिभुवन तिवारी, हरि जायसवल, जायसवाल, प्रह्लाद गुप्ता, फकीर चंद्र, रामजनम गुप्ता, सीताराम गुप्ता, पवन कुमार, आेमप्रकाश, रामसजीवन, आदि मौजूद रहे।

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