रविवार, 16 फ़रवरी 2020

आदिवासी होने की आड मे नाकामी छिपाते ओबरा विधायक वाया सोशल मीडिया

उत्तर प्रदेश की ओबरा(402) विधानसभा से निर्वाचित भाजपा विधायक क्षेत्र की समस्याओ को न सुलझा पाने की नाकामी अपने आदिवासी होने की आड मे छिपा रहे है। रिशी झा नामक एक युवक ने फसबुक पर लिखा कि ओबरा विधायक संजय जी कृपया जल्द से जल्द मुर्धवा मोड से पिपरी तक के रोड के गड्ढे को सही करवाये और संजय सिंह विधायक ओबरा नाम से संचालित फेसबुक आईडी को टैग किया। जिस सडक का अनुरक्षण कराने की मांग इस नवयुवक ने की है वह सडक का हिस्सा औडी से हाथीनाला वास्तव मे अत्यधिक जर्जर अवस्था मे है और आवागमन मे लगभग एक घण्टे से ज्यादा का समय अतिरिक्त समय लग रहा है तथा बस वगैरह की बात तो छोडिये लग्जरी गाडिया भी इस सडक पर दम तोड देती है। 
 

इस सडक की मरम्मत की मांग करने वाले युवक को संजय सिंह विधायक ओबरा नाम से संचालित आईडी से जवाब मिला वह हैरत अंगेज कर देने वाला है तथा यह सिध्द करता है कि आदिवासी होने की आड मे ओबरा विधायक अपनी नाकामी छिपा रहे है। संजय सिंह विधायक ओबरा नाम से संचालित आईडी से जो जवाब मिला वह अक्षरशः हम लिख रहे है आदिवासियो को कोई देखना नही चाहता 

जबकि इस युवक ने आदिवासियो पर कोई टिप्पणी भी नही की है जिस सडक के दुरुस्तीकरण की मांग की है वह आदिवासियो द्वारा प्रयोग मे भी लाई जाती है बजाय़ सडक दुरुस्तीकरण के सम्बन्ध मे अपने किये जा रहे प्रयास अथवा क्या प्रयास किया जायेगा बताने के ओबरा विधायक ने युवक पर ही आदिवासी विरोधी होने का तमगा सौप दिया और अगर ओबरा विधायक द्वारा की गयी टिप्पणी का मतलब निकाले तो यही निकलता है कि अगर आदिवासी विधायक या प्रतिनिधि है तो आप केवल वोट देकर जिताईये आगे कुछ आशा मत कीजिये और अगर आप आशा करते है तो आप आदिवासीयो के विरोधी है।

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