पुर्व मध्य रेलवे, धनबाद रेल मण्डल, चोपन रेल खण्ड के अन्तर्गत अनपरा व
कृष्णशिला रेलवे स्टेशन के मध्य ग्राम औडी मे करैला-शक्तिनगर रेल लाईन के
दोहरीकरण मे पडने वाली भूमियो पर भूमाफियो द्वारा कब्जा कर मुआवजा पाने के
उद्देश्य से निर्माण कार्य किये जा रहे है और जिम्मेवार जान-बुझकर इनके
प्रभाव मे आकर अनभिग्य बन रहे है। इन्ही जमीनो को लेकर पुर्व मे तत्कालीन
जिलाधिकारी-सोनभद्र अमित सिंह ने पुलिस व तहसील दुध्दी प्रशासन को निर्देश
दिया था कि इन भूमियो पर किसी के द्वारा कोई हस्तक्षेप न किया जाये यह
रेलवे विभाग की भूमिया है व यदि कोई हस्तक्षेप करे तो कार्यवाही की जाये
परन्तु भूमाफिया बडे बडे निर्माण कर रहे है और रेलवे विभाग के साथ-साथ
पुलिस व तहसील दुध्दी प्रशासन भी मौन है। इन जमीनो पर कब्जा करने वाले लोग
दो बिस्वा जमीन का कागज लेकर उन गाटा नम्बरो जो राजस्व विभाग के नक्शे मे
रेलवे के आर.ओ.डब्ल्यु एरिया मे चिन्हित है पर निर्माण कर रहे है औऱ रेलवे
के अधिकारियो को जांच के दरम्यान भ्रमित कर सफल हो रहे है। रेलवे विभाग के
पास सबसे ज्यादा जमीन होने के बाद भी करैला-शक्तिनगर रेल लाईन के दोहरीकरण
के कार्य मे रेलवे को जमीनो को लेकर काफी कठिनाईयो का सामना करने का कारण
यही सब है क्योकि रेलवे विभाग के पास भूमि-राजस्व सम्बन्धित मामलो के
जानकार अधिकारी नही है और जो अधिकारी भूमि सम्बन्धित मामले देखते है उन्हे
स्वयं पता नही होता है कि रेलवे ने इस क्षेत्र मे कितनी भूमि अधिग्रहित की
है, उसका सीमांकन राजस्व विभाग द्वारा किस प्रकार से किया गया है व आज
रेलवे विभाग के नाम कितनी भूमि बची है तथा रेलवे विभाग द्वारा रेलवे कि
भूमियो पर कब्जा किये जाने की शिकायतो के जांच दरम्यान यह सब जानकारी न
होने के कारण भूमाफिया बरगलाने व भ्रमित करने मे सफल हो जाते है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें