रविवार, 16 फ़रवरी 2020

वनाधिकार कानुन के तहत् नही दिया जोत-कोड कि भूमियो का हक व मान्यता-अजय लल्लु

आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय लल्लु ने सोनभद्र के ओबरा विधानसभा के सलखन गांव मे चौपाल मे हिस्सा लिया जहां उत्साह से लबरेज सैकडो कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने अपने प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया गया व कार्यक्रम के दरम्यान ओबरा विधायक संजय गोंड के भाई रामु गोंड ने कांग्रेस के प्रति आस्था दिखाते हुये सैकडो समर्थको के साथ सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश अध्यक्ष के कार्यक्रम मे भीड जुटाने के लिये कांग्रेसियो ने महिला गायक चंचल का प्रोग्राम आयोजित किया था।

कार्यक्रम मे कनहर परियोजना के विस्थापितो के नेता गम्भीरा प्रसाद ने विस्थापितो को भूमि अधिग्रहण कानुन-2013 के धारा-24 (2) का लाभ दिये जाने की मांग को विधानसभा मे उठाये जाने का आग्रह किया व अन्य सैकडो आदिवासी नेताओ ने जल-जंगल-जमीन के मुद्दे पर अपनी बात रखी जिसके पश्चात अपने उद्बोधन मे प्रदेश अध्यक्ष लल्लु ने प्रदेश सरकार पर आक्रमण करते हुये कि जल-जंगल-जमीन का राजा आदिवासी है व वनाधिकार कानुन को आदिवासियो को उनके वन भूमि पर जोत-कोड को मान्यता व अभिलिखित किये जाने हेतु कांग्रेस पार्टी द्वारा लाया गया था परन्तु सपा-बसपा की सरकारो द्वारा इसे प्रभावी नही होने नही दिया गया व वर्तमान की भाजपा सरकार द्वारा आदिवासियो का दमन करते हुये उन्हे उनके जोत कोड कि भूमियो से बगैर प्रक्रिया पुर्ण किये बेदखल किया जा रहा है व जिन आदिवासियो के जोत-कोड कि भूमि को वनाधिकार के तहत् मान्यता दी गई है उन्हे उनके सम्पुर्ण जोत-कोड कि भूमि की मान्यता नही दी गई है व अभिलिखित नही किया गया है तथा कनहर के विस्थापितो को भूमि अधिग्रहण कानुन-2013 के तहत् प्रतिकर व पुर्नवास लाभ दिये जाने तथा नेहरु जी के सिध्दान्तो के अनुसार भूमि के बदले भूमि दिये जाने की मांग प्रदेश सरकार से रखी। इस दरम्यान सैकडो आदिवासी महिला व पुरुष उपस्थित रहे।

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