बुधवार, 27 फ़रवरी 2013

रेल बजट-2013 पर उर्जान्चल की महिलाओं की ओर से प्रतिक्रया


रेल मंत्री पवन बंसल ने मंगलवार को जनता के सामने अपने पहले रेल बजट का पिटारा खोला। इस पिटारे से तमाम तरह की घोषणाएं भी की गयी। साथ ही बजट में महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेल सुरक्षा बल महिला कर्मिकों की चार कंपनियों का गठन किया गया। परन्तु उर्जान्चल की महिलाएं रेल में इतनी सी सुरक्षा इन्तजाम से नाखुश नजर आयी। 

रेनु कुषवाहा
सरकार ने रेल में सफर तय करने वाली महिलाओं के प्रति चिंता नहीं जाहिर की है, अफसोस इस बात की है कि अक्सर ऐसा होता है कि मौके पर महिला पुलिस कर्मी होने के बाद भी घटना घट जाती है। इसलिए उन पर भी नजर रखने के लिए विशेष पुलिस की तैनाती की जानी चाहिए। - रेनु कुषवाहा, (जिला पंचायत सदस्य-कोटा)।

चन्द्रप्रभा पटेल
सिर्फ महिला सुरक्षा गार्ड की घोषणा की गयी है। जबकि सच तो यह है कि महिलाओं की सुरक्षा सिर्फ महिला पुलिस के भरोसे नहीं की जा सकती। इसमें महिला-पुरुष दोनों होने चाहिए। - चन्द्रप्रभा पटेल (गृहिणी)।

करूणा
पुलिस प्रोटेक्सन में ही महिलाओं को सफर करना चाहिए। रेल बजट में घोषित चार कंपनी महिला सुरक्षा बल से काम नहीं चलने वाला है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए रेलवे स्टेशन के टिकट खिड़की से लेकर बोगी तक सुरक्षा इंतजाम होना चाहिए।- करूणा (गृहिणी)।

पूनम सिंह
इस बजट में महिलाओं के लिए सरकार का यह सार्थक कदम तारिफ के काबिल है। परन्तु इतने से काम नहीं चलेगा अभी सरकार को हर महिला बोगी के साथ अन्य बोगियों में भी विशेष सुरक्षा व्यवस्था करना चाहिए। -पूनम सिंह (प्रचार्या, अवद्युत भगवान राम पीजी कालेज)।

किरन देवी
ट्रेन में सफर करने वाली महिलाओं के लिए इतनी सुरक्षा कम है। सिर्फ महिला पुलिस के होने से सुरक्षा नहीं होती। रेल में सफर के दौरान ट्रेन में एक लेडिज डाक्टर के साथ महिलाओं की अन्य सुविधा की चीजें भी होनी चाहिए। - किरन देवी (ग्राम प्रधान, कुलडोमरी)

महिला सुरक्षा को लेकर सरकार काफी हायतौबा मचा रही थी लेकिन रेलवे में महिलाओं की यात्रा करने के लिए अलग से स्लीपर और एसी में महिला कोच का इंतजाम नहीं किया गया जिसके चलते महिलाओं को यात्रा में खतरे बने रहेंगे। -शषि उपाध्याय (नगर अध्यक्ष, महिला कांग्रेस, अनपरा)

रीता देवी
रेल बजट सभी तबके के लोगों को निराश करने वाली है महिलाओं के सुरक्षा और सुविधाजनक यात्रा के लिए कोई कारगर ऐलान नहीं किया गया है। यह बेहद निराशाजन रेल बजट है। महिलाओं के लिए सरकार को फिर से सोचने की जरूरत है।- रीता देवी (ग्राम प्रधान, औड़ी)

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