- मिठाई के साथ डिब्बे की भी कीमत वसूल रहे विक्रेता।
- बाट माप मानक की उड़ाई जा रही है धज्जियां।
सोनांचल में मिठाई विक्रेता मिठाई के साथ डिब्बे की भी कीमत वसूल रहे हैं। यही नहीं सब्जी विक्रेता से लेकर सोनारों की दुकानों तक घटतौली पहुंच गई है। पेट्रोल पंपों पर कम पेट्रोलियम देने को लेकर प्रायः किचकिच होती है बावजूद इसके जिले का बाट माप विभाग मौन है। इससे प्रतिदिन सैकड़ों ग्राहकों को चूना लग रहा है। एक तरफ तो शासन द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया जा रहा है और जागों ग्राहक-जागों के कषीदे पढ़े जा रहें है। लोगों को घटतौली से सावधान रहने, कैसे कैसे घटतौली होती है इसको बताया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ घटतौली को लेकर बाट माप विभाग लापरवाह बना हुआ है। विभागीय लापरवाही की वजह से ही सोनांचल में घटतौली आम बात हो गई है। मिठाई की दुकानों पर मिठाई के संग डिब्बों को तौला जा रहा है, वहीं सब्जी विक्रेता अभी भी पत्थरों की बाट बना कर सब्जियां तौल रहे हैं। अंतिम बार दुकानदारों के बाट की जांच कब की गई थी यह दुकानदारों को भी नहीं मालूम है। घटतौली की शिकायत पर दुकानदार सीधे पैसे देने की बात कह देते हैं। पेट्रोल पंपों पर भी कम पेट्रोल और डीजल की माप की जा रही है। बावजूद इसके लोगों की सुनने वाला कोई नहीं रह गया है। जनपद में तीनों तहसील हैं सभी के लिए अलग अलग कार्यालय होने का प्रावधान है लेकिन जनपद में घोरावल और राबर्ट्सगंज तहसील में बाट की माप करने की जिम्मेदारी एक कार्यालय पर है। राबर्ट्सगंज स्थित कार्यालय पर तैनात निरीक्षक पूरे सप्ताह क्षेत्र भ्रमण पर रहते हैं। कार्यालय पहुंचने पर उपस्थित कर्मचारियों द्वारा सिर्फ बुधवार को निरीक्षक के बैठने की बात की जाती है। ऐसे में लोगों को समझ में नहीं आता है कि वे अपनी शिकायत कहां करें। एक कार्यालय दुद्धी में भी है। यहां भी कमोबेश यही स्थिति है। विभाग का प्रधान कार्यालय वाराणसी में हैं। यहां से अत्यंत दूरी होने की वजह से ही जनपद के अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं का भुगतना पड़ रहा है।
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