जनपद-सोनभद्र के जिला मुख्यालय से सैकड़ों किमी दूर पहाड़ों पर स्थित कई गाँव हाईटेक प्रगति के दौर में भी आदिम युग सा जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। इन गांवों के कई बड़े बच्चों ने अब तक पक्का रोड नही देखा है। गांव के घरों तक आज भी बिजली नहीं पहुंची है, जिसके कारण ये गांव आदिम युग में है, पीने व नहाने के पानी के लिए नालों व चुआडत्रों का सहारा है। गाँव के लोगों का कहना है कि कई परिवारों के पास राशन कार्ड ही नही है तथा राशन लेने के लिए भी उन्हें दस-ग्यारह किलोमीटर दूर जाना पड़ता है, जहां से अपने पीठ पर या साईकिल पर लादकर राशन लाना पड़ता है। गांव में स्वास्थ सुविधा के नाम पर कोई प्र्याप्त व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा नहीं की गई है।
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