सोमवार, 18 फ़रवरी 2013

मनरेगा में सीबीआइ जाँच की परवाह नहीं !


विकासखण्ड-म्योरपुर के ग्राम पंचायत औड़ी में मनरेगा के तहत बन्धी निर्माण के कार्य में मजदूरों की बजाय जेसीबी मसीन एवं ट्रैक्टर का प्रयोग किया जाना मनरेगा में भ्रष्टाचार की बात सही साबित कर रही है। यह सुचना सुभाष चन्द्र, क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं शक्ति आनन्द, ग्राम पंचायत सदस्य ने दी। उन्होंने बताया की ग्राम पंचायत औड़ी के प्रधान द्वारा स्व. रामप्यारे के खेत में कराये जा रहे बन्धी निर्माण के कार्य में मजदूरों की बजाय जेसीबी मसीन एवं ट्रैक्टर का प्रयोग कर मनरेगा में कार्य पिछले एक स्प्ताह से सम्पादित किया जा रहा है तो हमने मौके पर स्थल पर पहुँचकर कार्य को देखा एवं वहा कार्य में लगे हुए लोगों से कार्य के विषय में पूछ-ताछ की तो पता चला कि बन्धी निर्माण का कार्य कराया जा रहा है तथा उक्त कार्य पिछले एक सप्ताह से प्रगति पर है। पंचायत मि़त्र अनिल यादव व ग्राम प्रधान द्वारा यह कार्य कराया जा रहा है, उक्त जेसीबी मषीन ग्राम प्रधान की ही है। ज्ञात हो कि मनरेगा अधिनियम के तहत मनरेगा के कार्यो में मशीनों का प्रयोग वर्जित है। जो अधिनियम में निहित है। उक्त की लिखित षिकायत जिलाधिकारी, सोनभद्र को फैक्स द्वारा प्रेषित की जा चुकी है। 

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