शनिवार, 23 फ़रवरी 2013

पहाड़ों को तोड़ बिछाया जा रहा सीसी रोड पर


दलित मोहल्लों को चमकाने की कवायद हो रही पंचर
सड़क बनाने में पहाडों का चूरा हो रहा इस्तेमाल।
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प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अंबेडकर ग्राम में सीसी रोड का निर्माण भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया है। ऊर्जांचल के कई अंबेडकर गांवों में दलित मोहल्लों को चमकाने की कवायद पंचर होती नजर आ रही है। सीसी रोड निर्माण में घटिया और लोकल बालू, बोल्डर से लेकर सीमेंट तक की खस्ताहाल सामग्री के प्रयोग से सीसी रोड बनने से पूर्व ही उखड़ रही है। अगर कायदे से जांच कराई जाय तो जनपद में मनरेगा के बाद सीसी रोड निर्माण में भी व्यापक भ्रष्टाचार मिल सकता है। बता दें कि अभी एक पखवारे पूर्व रणहोर में जिलाधिकारी वीवी पंत ने दौराकर निर्माण कार्यों का जायजा लिया था। इक्तफाक से जिलाधिकारी मौके पर नहीं गए नहीं तो हरिजन बस्ती में बन रहे सीसी रोड निर्माण की पोल खुल सकती थी। इसके बाद भी आरईएस विभाग के अधिकारी नहीं चेते तथा भारी भरकम स्थानीय पहाड़ों के बोल्डरों को लाकर रोड पर ही घन तथा हथौड़ा से तोड़कर चूरा बनाया जाता है जबकि पेमेेंट खदानों के भाव से होता है। रणहोर के हरिजन बस्ती में तो अति हो गई है यहां सीसी रोड बनाने मेें जिस कदर सारे गुणवत्ता तथा मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है उसे देखने वाले भी आश्चर्य चकित हो जाते है कि आखिर इन लोगों पर कार्रवाई क्यो नहीं हो रही है। इसके अलावा वन कर्मियों के सहयोग से ऊर्जांचल के कीमती पहाड़ों को भी स्वाहा कर इन निर्माणाधीन सीसी रोड़ को बनाने में लगा दिया जा रहा है।

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